
मुज़फ्फरनगर। समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक ने कावड़ यात्रा को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कावड़ यात्रा मुज़फ्फरनगर की पहचान है और यहां से गुजरने वाले हर शिवभक्त को सेवा और सत्कार के लिए यह ज़िला हमेशा याद रहता है। उन्होंने होटल-ढाबों की नेम प्लेट से जुड़े सवाल पर कहा कि यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन था और उसका निर्णय भी आ चुका है, लिहाजा अब इसे लेकर जिला प्रशासन को न्यायालय के आदेश का पालन करना चाहिए।सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि वह खुद अपने गांव पिन्ना, बघरा और शामली अड्डे पर कावड़ सेवा शिविर लगवाते हैं। उन्होंने कहा, “कावड़ यात्रा कोई आज की बात नहीं है। जब से होश संभाला है, यह यात्रा देखता आया हूं। शिवभक्त बड़ी श्रद्धा से जल लेकर चलते हैं और मुज़फ्फरनगर के लोग पूरे सम्मान से उनका सत्कार करते हैंहरेंद्र मलिक ने साफ किया कि अधिकतर कावड़िये श्रद्धा में लीन होकर अपनी आस्था की डगर पर चलते हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व भी भीड़ में घुसकर तोड़फोड़ कर देते हैं, जिसकी वजह से पूरी यात्रा बदनाम हो जाती है। उन्होंने कहा, “शिवभक्त कम से कम 85 किलोमीटर की यात्रा करके यहां पहुंचते हैं। वह थके हुए होते हैं, फिर भी भक्ति में डूबे चलते रहते हैं। उनके पास फालतू की बातों के लिए समय नहीं होता।सांसद ने सांप्रदायिक सौहार्द पर जोर देते हुए कहा, “मुज़फ्फरनगर को लोग ‘मोहब्बत नगर’ कहें, यह हमारी कोशिश होनी चाहिए। हर धर्म के लोगों को एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। सावन के महीने में मांस की दुकानें और शराब के ठेके बंद होते हैं, यह वर्षों से परंपरा रही है।”उन्होंने पुलिस और प्रशासन की तैयारी की भी सराहना की और कहा कि समाजवादी कार्यकर्ता भी प्रशासन द्वारा बनाए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं ताकि यात्रा में कोई बाधा न आए। अंत में उन्होंने फिर दोहराया कि कावड़ यात्रा आस्था की यात्रा है, जिसमें लाखों-करोड़ों लोग शरीक होते हैं और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर कावड़िया मुज़फ्फरनगर से सिर्फ मीठे अनुभव लेकर जाए।